Majedar kahani-कैसे हुए कौए काले?baccho ki majedar kahaniya
kaise hue kauwe kale yeh baat kafhi majedar aur rochak hai kahani padke apko jarur maja ayge yahin asha karte hai
कैसे हुए कौए काले?
एक समय की बात है। एक तपस्वी ऋषि ने अमृत की खोज में एक कौवे को भेजा। जब कौवा निकल रहा था ऋषि ने उसे चेतावनी दी कि तुम्हें सिर्फ अमृत का पता लगाना है। तुम गलती से भी उसे पी मत लेना नहीं तो तुम्हें उसका पाप भोगना पड़ेगा। ऋषि कि इस बात पर कौवे ने हामी भरी और ऋषि से विदा लिया।
एक साल कठोर परिश्रम कर ढूंढने पर कौवे को अमृत का पता चल गया। अमृत को देखकर कौवे की लालसा रुक नहीं पाई। कौवे ने तुरंत अमृत को पीलिया। जैसे ही कौवे ने अमृत पिया उसने ऋषि को दिया हुआ वादा उसी क्षण तोड़ दिया।
अमृत पीकर जब कौवाऋषि के पास लौटा और ऋषि को सारी बात बताई। ऋषि को तुरंत गुस्सा आ गया और उन्होंने कौवे को श्राप दे दिया। ऋषि ने कहा तुम्हारे अपवित्र चौच से तुमने अमृत को अपवित्र कर दिया है। इसके लिए तुम्हें अवश्य सजा मिलेगी।
आज के बाद से संपूर्ण मानव जाति तुम्हें घृणा की नजर से देखेगी। संपूर्ण पक्षी जाति में मानव जाति सिर्फ तुम से ही नफरत करेगी। तुम एक अशुभ पक्षी कहलाओगे। अमृत का पान करने के कारण तुम्हारी स्वाभाविक मृत्यु नहीं होगी। इसके साथ ही तुम्हें कोई बीमारी नहीं होगी।वृद्धावस्था नहीं होगी। तुम्हारी मृत्यु आकस्मिक होगी।
यह सब कह कर ऋषि मुनि ने अपने कमंडल से काला पानी सफेद कौवे पर छिड़क दिया। बस उसी दिन के पश्चात आज सभी कौवे हमें काले नजर आते हैं।
कौवा कैसे हुए काले इस कहानी मैं जो कौवो का वर्णन किया गया है वह सब पुरानी लोक कथाएं तथा कई लेखों से प्राप्त की गई है। यह कहानी सिर्फ हंसी मजाक के लिए तैयार की गई है।
इसके संपूर्ण सत्य का किसी को ज्ञान नहीं कृपया इसे कहानी मात्र ही ले। आशा करते हैं कि यह मजेदार कहानी आपको प्रसन्न न कर पाई।हमारी वेबसाइट का उद्देश्य यही होता है की जो सभी दर्शक हमारे वेबसाइट पर आए।
उन्हें उनकी मन अनुसार चीजें मिले। आशा करते हैं कि कहानी आपको समझ आई और अच्छी लगी हो ऐसे ही और मजेदार कहानियों के लिए हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट करें।
More kids stories
Majedar kahaniya-मजेदार कहानियां
Majedar hindi kahaniya-गीदड़ की कंजूसी
majedar kahaniya in hindi-चार मूर्ख Majedar kahani
Hindi majedar kahaniya-योग्य राजा का चुनाव Majedar kahani